Box Office News

मलिशा खारवा: स्लम से ग्लैमर की दुनिया तक के सफर की कहानी!

आप सभी को याद होगा कि एक फिल्म आई थी रनवीर सिंह की गली बॉय जो की रैपर की स्टोरी पर आधारित थी जिसमे स्लम का लड़का कैसे सेलिब्रिटी बनता है अगर ये फिल्म आपको बेहद पसंद आई तो मलीशा की कहानी भी आपको बेहद पसंद आएगी। कहते हैं ना जब आंखों में सपने बड़े बड़े हों तो एक दिन वो जरूर पूरे होते हैं ऐसा ही कुछ हुआ नन्ही मलीशा के साथ जब वो स्लम की संकरी गलियों से बड़ी मैगजीन के कवर पर अपनी खूबसूरती बिखेर रही हैं।

मलिशा खारवा, धारावी, महाराष्ट्र

आखिर कौन है मलीशा?

14 साल की मलिशा खारवा धारावी, महाराष्ट्र की रहने वाली हैं, उनके पिता का नाम मुकेश खारवा है और एक छोटा भाई साहिल खारवा है। मलीशा के पिता कार्टून मास्कॉट हैं। मलीशा धारावी की तंग गलियों और झुग्गी में रहने वाली एक बच्ची थी पर उसकी किस्मत तब चमकी जब अमेरिका के एक्टर , डांसर , कोरियोग्राफर रॉबर्ट हॉफमैन एक म्यूजिक वीडियो के लिए 2020 में धारावी आए और यहां उनकी मुलाकात हुई मलिशा से जो अंग्रेजी में कॉन्फिडेंस के साथ बात कर रही थी हॉफमैन को उसकी आंखों में एक चमक दिखी, उसका सावला रंग उसकी खूबसूरती को बढ़ा रहा था साथ ही वो प्यारी सी मुस्कान ने हॉफमैन को सकते में डाल दिया बस रॉबर्ट अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर मलीशा के साथ पिक्चर अपलोड किए।जिसके बाद मलीशा को कॉस्मोपॉलिटन इंडिया के कवर पर और उसके बाद तो वॉग, ग्रेसिया, द पिकोक मैगजीन के कवर का हिस्सा बन गई। 

बन गई ब्यूटी ब्रांड का हिस्सा

ब्यूटी ब्रांड फॉरेस्ट एसेंशियल्स की फाउंडर मीरा कुलकर्णी को मलिशा पहली ही मुलाकात में इतनी पसंद आई कि वो इस ब्रांड के एड कैंपेन “युवती सलेक्शन” का चेहरा बन गई। उसके बाद मलीशा की एक रिएक्शन वीडियो इतनी वायरल हुई है वो स्टोर में अपनी पिक्चर्स देख कर इतनी खुश हो रही थी की वो खुशी पूरी दुनिया देख रही थी। 

मलिशा खारवा, द पिकोक मैगजीन कवर पर

प्रिंसेस ऑफ़ स्लम

मलीशा के ऊपर एक शॉर्ट फिल्म बनी है जिसे डायरेक्ट किया है आर्सेल कुरेशी और जस सागू ने जिसका नाम है “लिव यौर फेयरी टेल”। जिसमें मलीशा की भी स्टोरी है। इतना ही नहीं रॉबर्ट ने मलीशा के लिए “GO FUND ME”पेज को सपोर्ट किया है जिससे और लोग जुड़ कर मलीशा की पढ़ाई और आर्टिस्टिक गोल्स के लिए उसे फाइनेंशियली सपोर्ट कर सके।आज मलीशा के सोशल मीडिया में 250k फॉलोअर्स हैं और अब तो मालीशा अपनी फैमिली के साथ बांद्रा में रहती है।

बच्ची से सीख

इस नन्ही सी बच्ची ने लोगों को यकीन दिला दिया कि हर सपना जरूरी है और वो पूरे होते हैं। नन्ही मलीशा की मुस्कुराहट में अलग ही खूबसूरती  और आंखों में सच्चाई है जो आपके चेहरे पर मुस्कुराहट ले आएगी। तो सपने देखना न छोड़े बल्कि उन सपनों को पाने की कोशिश करें ।

Share